आरंभिक चरण की शुरूआत टायर प्रोसेस करने के वाणिज्यिकरण से होगा। टायर प्रोसेस टायरों के टुकड़ों को चार उत्पादों में पूरी तरह पुर्नप्राप्ति करती है, इस प्रकार प्रसंस्करण नहीं हुए टायर अवशेषों के निपटान करने की जरूरत समाप्त कर देती है।
माइक्रोवेव प्रौद्योगिकी प्रोसेस कार्बन आधारित अपशिष्ट पदार्थों को पूरी तरह विखंडित करके मूल्यवान आर्थिक गुणों के साथ छोटी कार्बन श्रृंखलाओं में बदल देती है। रद्द किए गए उच्च-मूल्य की सामग्रियां हैं जो माइक्रोवेव सिस्टम इस्तेमाल करके प्रोसेस किए जा सकते हैं।
द्वितीय और तृतीय चरणों में प्लास्टिक और कोयला प्रक्रियाओं का विकास और वाणिज्यिकरण करना शामिल होगा। प्लास्टिक को JP54 और JP8 जैट ईंधन में परिष्कृत; और कोयले को गैसीकृत हाइड्रोकार्बन और उच्च ऑक्टेन ऑयल में रूपांतरित किया जाएगा।
हमारी माइक्रोवेव टैक्नोलॉजी आश्चर्यजनक रूप से 85% कुशलता के साथ कार्य करती हैैै। माइक्रोवेव प्रोसेस में प्रतियोगी प्रोद्यौगिकियों केे मुकाबले में बहुत कम मात्रा में ऊर्जा की जरूरत होती है और प्रोसेसिंंग के लिए आवश्यकता के बजाय कहीं बहुत अधिक ऊर्जा उत्पादन में सक्षम है।
इसके अतिरिक्त, माइक्रोवेव टैक्नोलॉजी की उत्ससर्जन प्रोफाइल लगभग नगण्य निर्धारित की जाएगी इस प्रकार मंंहगे गैैैस प्रदूषण परिष्करण उपकरण या EPA परमिट की जरूरत को समाप्त करती है। माइक्रोवेव प्रोसेस टायरों के टुकड़ों को चार उप-उत्पादों में बदलती है, इनमें से प्रत्येक को पर्याप्त मूल्य पर बिक्री की जा सकती है। इस तरह, उपरोक्त प्रोसेस को लाभ प्रदान करने के लिए अनुदानों या मुफ्त स्क्रेप सामग्रियों पर निर्भर नहीं होना पड़ता।