अपशिष्ट टायर

टायर

अपशिष्ट टायरों को जीवन-समाप्त टायरों (ELT) के रूप में भी जाना जाता है, ये रबड़ घिसे हुए टायर होते हैं ज‍िन्हें कारों, ट्रकों या अन्य वाहनों में उपयोग करना सुरक्षित नहीं होता है। उनकी उपयोगिता पूरी होने के बाद उनका निपटान कर देना चाहिए। ऐसे टायरों को आमतौर पर लैंडफिल में डंप किया जाता है, अवैध रूप ढेर लगाया जाता है, ईंधन या ऊर्जा का उत्पादन करने के लिए रीसायकल या जला दिया जाता है।

डंप में टायर

वर्तमान में संपूर्ण अमेरिका में वैध या अवैघ रूप से 2 से 3 बिलियन टायरों के ढेर जमा हैं। अमेरिका ELT का सबसे बड़ा उत्पादक है, लेकिन यह एक विश्वव्यापी समस्या है। पूरी दुनिया में टायरों के ढेर लगे हुए हैं।

टायर बहुत बड़ी मात्रा में स्थान घेरते हैं, और वे पर्यावरण के लिए खतरा पैदा करते हैैं।

टायरों में मीथेन गैस के पॉकेट बन सकते हैं, जो लैंंडफिल की सतह पर उनका बुलबुला बना सकते हैं। यह ऐसा वातावरण बना देता है जिसमें मच्छर और अन्य रोगजनक कीट पैदा हो सकते हैं।

टायरों से जस्ता, क्रोमियम, सीसा, तांबा, कैडमियम और सल्फर जैसे विषाक्त पदार्थों का रिसाव होता है जो जमीन को नुक़सान और स्थानीय जल प्रणालियों को दू‍षित कर सकता हैैै।

टायर आग पकड़ सकते हैं। 2017 में, ओडेस्सा, टेक्सास में एक तीन-एकड़ के टायर डंप में आगजनी हुई थी। डंप में 100,000 टायर थे और EPA को इसकी लपटें बुझाने में लगभग एक सप्ताह का समय लगा था। ऐसी आगजनी के धुँए में कार्बन मोनोऑक्साइड, पॉलीक्लोराइनेटेड बिपेनिल्स (पीसीबी), डाइऑक्सिन, फुरान और बेंजीन के साथ-साथ विषाक्त धातुएं भी शामिल हो सकती हैंं। ऐसे धुँए के संपर्क में आने के स्वास्थ्य जोखिमों की सीमा में त्वचा जलन और श्वसन मामलों से लेेकर कैंसर तक हो सकते हैं।

रीसायकल किए गए टायर

अपशिष्ट के 50% से कम वास्तव में रीसायकल किए जाते हैं। इनके आधे से अधिक को ईंधन के लिए जलाया जाता है।

टायर रीसयाक्लिंग प्रोसेस में टायरों के छोटे-छोटे टुकड़ों में काटना, उनको भंंगुर होने तक फ्रि‍ज करना और इसके बाद उन्हें बारीक कण होने तक पीसना शामिल है। फिर इन्हें बड़े अंश निकालने के लिए छाना और मैग्नेटिक और वायब्रेशनल स्रेप्रेटरों से गुजारा जाता है।

इसके परिणास्वरूप घटकों को फुटपाथ और छत की सामग्रियांंऔर अन्य उत्पाद बनाने में उपयोग किया जाता है।

कुछ प्रयोग किए गए टायरों को निर्माण परियोनाओं और कृत्रिम चट्टानें बनाने में फिर से उपयोग किया जाता है। परंतु ये टायर अभी भी विषैलेे पदार्थ छोड़ते हैं, और वे ढीले हो सकते हैं और इस तरह बहुत सी पर्यावरणीय समस्याओं का कारण बनते हैं। खुले टायर चट्टानों और समुद्र तल को नुक़सान पहुँचा सकते हैं और समुद्र तटों पर फैल सकते हैं।

उपयोग किए गए टायरों से निर्मित रबड़ मल्च को बागानों और खेल के मैदानों में इस्तेमाल किया जाता है और कृत्रिम टर्फ बिछाने में काम लिया जाता है। कुछ रबड़ मल्चों को यौगिकों का रिसाव करने के रूप में जाना जाता है जो काफी मात्रा में विषैले हो सकते हैं। U.S. सरकार वर्तमान में रीसायकल किए गए टायरों से बने टर्फ से सुरक्षा के बारे में आगामी रिसर्च कर रही है।

रीसायकल किए गए 55% टायरों को ऊर्जा उत्पादन और सीमेंट चिमनी कार्यों में ईंधन के लिए जलाया जाता है। यह प्रक्रिया 23 ज्ञात कैंंसरजन्य तत्वों का वायु में उत्सर्जन करती है।